बाल गोपाल नटखट एव् चंचल हैं अगर आप उन्हें घर विराजते हैं तो आपको उनकी सेवा अपने बालक की भांति करनी होती है।
प्यार से जगाना-सुलाना
बाल गोपाल को सुबह प्यार से उठाइये तथा दोपहर और रात्रि को थपकी देकर सुलाईये।
नित्य स्नान कराना।
सर्दियों में गुनगुने तथा गर्मियों में ताजा पानी से स्नान कराये। स्नान के लिएअभियंग पेस्ट का प्रयोग करें
वस्त्र पहनाना एव् श्रृंगार करना
बाल गोपाल को नियमित पोशाक पहनाये एव् मुकुट, माला टीका, कंगन इत्यादि से उनका श्रृंगार करें तथा उन्हें आईना भी दिखाएं ।
नियमित भोजन कराएं एव् आरती करें।
सुबह शाम आरती करें एवं घर में बने भोज में से सबसे पहले गोपाल जी को भोजन कराएं इससे माँ अन्नपूर्णा प्रसन्न होती है एवं घर में कभी भोजन की कमी नहीं होती।
गर्मियों के मौसम में।
गोपाल जी को हल्के कपड़े जैसे गाउन, नाइट ड्रेस पहनाए। एवं मच्छरदानी में सुलायें ।
जाड़ोंके मौसम में।
गोपाल जी को गर्म कपड़े जैसे स्वेटर, पोंछो पहनाए एवं शॉल ओढ़ाकर रखें।